पूछ लो तुम भी इस ज़माने से,
प्यार छुपता नही छुपाने से,
पास आते हो, छुते हो, बात करते हो,
कभी मतलब से कभी बहाने से,
प्यार दिल में हैं, तो लाओ जबान पे,
आग बढती हैं ये बुझाने से,
तुम्हें न पाना शायद बेहतर हैं,
पा के फिर से तुम्हे गवाने से,
चलो एक दुआ तो अपनी पुरी हुई,
मिल लिए अपने एक दीवाने से,
रोये जाते हो, बस रोये जाते हो,
क्या होगा ये धन लुटाने से.
प्यार छुपता नही छुपाने से,
पास आते हो, छुते हो, बात करते हो,
कभी मतलब से कभी बहाने से,
प्यार दिल में हैं, तो लाओ जबान पे,
आग बढती हैं ये बुझाने से,
तुम्हें न पाना शायद बेहतर हैं,
पा के फिर से तुम्हे गवाने से,
चलो एक दुआ तो अपनी पुरी हुई,
मिल लिए अपने एक दीवाने से,
रोये जाते हो, बस रोये जाते हो,
क्या होगा ये धन लुटाने से.